स्मृति मंधाना और प्रतिका रावल: रिकॉर्ड‑तोड़ सा
झेदारी ने महिला क्रिकेट में नया अध्याय लिखा
Smriti Mandhana and Pratika Rawal : भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए 2025 का यह साल किसी जादू से कम नहीं रहा। स्मृति मंधाना और प्रतिका रावल की बैटिंग ने ना सिर्फ विपक्षियों को हैरान किया, बल्कि क्रिकेट की दुनिया में नया इतिहास रचा। जब यह दोनों बल्लेबाज मैदान पर उतरती हैं, तो उनका खेल सिर्फ रन बनाने का नहीं, बल्कि टीम को आत्मविश्वास देने का भी प्रतीक बन जाता है। Smriti Mandhana and Pratika Rawal
रिकॉर्ड्स जो अब तक के इतिहास को पीछे छोड़ गए

Smriti Mandhana and Pratika Rawal ने इस वर्ष अकेले ODI फॉर्मेट में 1557 रन की साझेदारी की -यह किसी भी महिला जोड़ी द्वारा एक कैलेंडर वर्ष में बनाया गया अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है। यह आंकड़ा सचिन‑सौरव जैसे महान पुरुष बल्लेबाजों द्वारा बनाए गए रिकॉर्ड को भी चुनौती देता है। वर्ल्ड कप में उन्होंने भारत के लिए सबसे बड़ी 212 रनों की साझेदारी की। इस पारी ने न केवल टीम को मजबूती दी बल्कि यह भी दिखाया कि भारतीय महिला टीम अब किसी भी मुकाबले में दबाव में पीछे नहीं है।
प्रतिका रावल की प्रतिभा
प्रतिका रावल ने बेहद कम समय में अपनी प्रतिभा साबित कर दी। सिर्फ 23 पारियों में 1000 रन पूरे करना कोई मामूली बात नहीं है। उनकी बल्लेबाजी में आत्मविश्वास और शॉट चयन का बेहतरीन मेल है। रावल की बल्लेबाजी में जो खूबी नजर आती है, वह है उनकी समझदारी और शांत दिमाग। वह जानते हैं कब रन चुराने हैं और कब विकेट पर टिके रहना है।
स्मृति मंधाना का खेल
Smriti Mandhana अब सिर्फ भारतीय महिला क्रिकेट की स्टार नहीं बल्कि उसकी पहचान बन चुकी हैं। उन्होंने अपने ODI करियर में 17 शतक पूरे कर लिए हैं। 2025 में मंधाना ने 31 छक्के लगाए ,यह महिला क्रिकेट में किसी भी खिलाड़ी द्वारा एक कैलेंडर वर्ष में सबसे अधिक छक्कों का रिकॉर्ड है। उनकी खासियत यह है कि वह मैदान पर रहते हुए टीम को नेतृत्व देती हैं, विरोधियों पर दबाव बनाती हैं और अपने शॉट्स के माध्यम से रनों का लगातार प्रवाह बनाए रखती हैं।
साझेदारी का राज

किसी भी सफल साझेदारी की सबसे बड़ी कुंजी होती है तालमेल। मंधाना और रावल की जोड़ी में यह कुंजी साफ नजर आती है। दोनों एक-दूसरे के मूव्स को समझती हैं, स्ट्राइक रोटेशन में सहज हैं और दबाव में भी निर्णय सही लेती हैं। इस तालमेल की वजह से यह जोड़ी लगातार बड़ी साझेदारियां बना रही है और विपक्ष को परेशान कर रही है।
रणनीति और खेल की गहराई
Smriti Mandhana शुरुआत में पारी को संभालती हैं और विरोधियों पर दबाव बनाती हैं। रावल पारी के बीच में रन जोड़ती हैं और जरूरत पड़ने पर आक्रामक शॉट्स लगाती हैं। इस तरह दोनों के खेल का संतुलन विपक्ष को कभी आराम नहीं देता। यह रणनीति ही इस जोड़ी को रिकॉर्ड-ब्रेकिंग बनाती है।
भारतीय टीम पर इसका असर
मंधाना‑रावल की साझेदारी ने भारतीय टीम को नई ऊर्जा दी है। अब टीम के युवा खिलाड़ी भी इस जोड़ी से सीख लेते हैं कि संयम, तैयारी और आत्मविश्वास कैसे पारी को बदल सकते हैं। टीम का शीर्ष क्रम अब मजबूत और भरोसेमंद बन गया है, और बाकी खिलाड़ी भी टीम के लिए जिम्मेदारी के साथ खेलते हैं।
आगे की राह
अब सवाल यह है कि यह जोड़ी आगे क्या कर सकती है।
- क्या वे अगले साल अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ पाएंगी?
- क्या विरोधी टीम उनकी रणनीति को पढ़ पाएगी और कैसे जवाब देंगी?
- भारत की महिला टीम अगली बड़ी चुनौती में कैसे प्रदर्शन करेगी — विश्व कप, टी20 या अन्य अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला?
यह सब रोमांचक और देखने लायक होगा। अगले मैच मे
Disclaimer
ind vs nez मैच मे भारतीय वूमेन खिलड़ियों ने जलवा कायम रखा है और बेहतरीन प्रदर्शन कर रही है।





