Dude Movie Review 2025 : Dude Movie Review 2025:, इस साल तमिल सिनेमा में सबसे ज़्यादा चर्चा जिस फिल्म की हुई, वह है “Dude”। प्रदीप रंगनाथन की ये नई फिल्म दिवाली के ठीक पहले रिलीज़ हुई और आते ही सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगी। लोग सर्च कर रहे हैं “Dude Movie Review in Hindi”, “Pradeep Ranganathan Dude Film”, “Dude Tamil Movie Story” और जानना चाहते हैं कि आखिर ये फिल्म इतनी चर्चा में क्यों है।
कहानी: प्यार, अहंकार और आज की रिलेशनशिप की हकीकत
“Dude” की कहानी एक ऐसे नौजवान Agan (Pradeep Ranganathan) की है जो खुद को स्मार्ट समझता है, लेकिन रिश्तों को गंभीरता से नहीं लेता।
उसके सामने आती है Kural (Mamitha Baiju) एक समझदार, ईमानदार और दिल से जुड़ी लड़की।

दोनों के बीच की दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदलती है, लेकिन आज के युवाओं की तरह यहाँ भी रिश्तों में ईगो, शक, सोशल मीडिया और सेल्फ-इमेज हावी हो जाती है। पहला हाफ मज़ेदार है — कॉलेज लाइफ, फ्रेंडशिप और हंसी-मज़ाक से भरा हुआ। लेकिन इंटरवल के बाद कहानी गंभीर होती जाती है और यहीं फिल्म थोड़ी धीमी लगने लगती है।
क्या अच्छा है “Dude” में
1. प्रदीप रंगनाथन की नैचुरल एक्टिंग
प्रदीप का अभिनय इस फिल्म की सबसे बड़ी ताकत है। उनका चेहरा हर इमोशन को ईमानदारी से दिखाता है। “Love Today” के बाद यह उनका एक और भरोसेमंद परफॉर्मेंस है।
2. ममिता बैजू की मासूमियत और केमिस्ट्री
Mamitha ने अपनी भूमिका में सादगी और आकर्षण दोनों दिखाए हैं। प्रदीप और ममिता की जोड़ी स्क्रीन पर असली लगती है बनावटी नहीं।
3. हल्का-फुल्का मनोरंजन
पहले हिस्से में फिल्म में जो यूथफुल एनर्जी है, वो दर्शकों को जोड़ती है। कॉलेज के सीन्स, दोस्तों की बातचीत और चुटकुले देखने में मज़ेदार लगते हैं।
4. म्यूजिक और सिनेमैटोग्राफी
Sai Abhyankkar का म्यूजिक कहानी के मूड से मेल खाता है। गाने आज के युवाओं की पसंद के हिसाब से बनाए गए हैं। कैमरा वर्क शानदार है खास तौर पर आउटडोर शॉट्स फिल्म को जीवंत बनाते हैं।
कहाँ कमजोर पड़ी फिल्म
1. दूसरा हिस्सा (Second Half)
कहानी का पहला हिस्सा जितना आकर्षक है, दूसरा उतना कमजोर पड़ता है। कई जगह फिल्म अपनी दिशा खो देती है और भावनाएँ बनावटी लगने लगती हैं।
2. क्लाइमेक्स उम्मीदों पर खरा नहीं
अंत में कहानी एक ऐसे मोड़ पर खत्म होती है, जहाँ दर्शक को लगता है कि “थोड़ा और गहराई होती तो बात बन जाती।”
3. कहानी में गहराई की कमी
विषय आधुनिक और दिलचस्प है, लेकिन स्क्रिप्ट और संवादों में थोड़ी और नजाकत होती तो फिल्म एक स्तर ऊपर जाती।
सोशल मीडिया पर रिएक्शन

जैसे ही फिल्म रिलीज़ हुई, ट्विटर पर #DudeMovieReview और #PradeepRanganathan ट्रेंड करने लगे। कई यूज़र्स ने लिखा कि “पहला हाफ मजेदार है लेकिन सेकंड हाफ थोड़ा स्लो हो गया। ”कुछ लोगों ने इसे “एक बार देखने लायक यूथ रोमांटिक ड्रामा” कहा। ऑनलाइन दर्शक इसे “Gen ZLove Story with Emotions and Flaws” कह रहे हैं। यानी कहानी में सच्चाई है, लेकिन थोड़ी और धार होती तो फिल्म यादगार बन सकती थी।
तकनीकी पहलू
फिल्म की सिनेमैटोग्राफी साफ-सुथरी है, सेट डिजाइन रियल लगता है, और बैकग्राउंड म्यूजिक में जोश है। एडिटिंग थोड़ी कमजोर है, खासकर दूसरे हिस्से में। कुल मिलाकर, तकनीकी तौर पर फिल्म ठीक-ठाक है न बहुत बड़ी, न बहुत कमजोर।
“Dude” आज की पीढ़ी का आईना
“Dude” कोई परफेक्ट फिल्म नहीं है, लेकिन इसमें सच्चाई है। यह दिखाती है कि आज के दौर में प्यार सिर्फ इमोशन नहीं, बल्कि एक चॉइस, एक निर्णय और कभी-कभी एक कॉन्फ्यूज़न भी है। प्रदीप रंगनाथन और ममिता बैजू की केमिस्ट्री फिल्म की जान है, और यही वजह है कि दर्शक इसे एक बार ज़रूर देखना चाहेंगे। अगर आप हल्की-फुल्की, मॉडर्न रोमांटिक फिल्में पसंद करते हैं, तो “Dude” आपके वीकेंड की सही चॉइस हो सकती है।
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